
सड़क पर कावड़ यात्रा हो सकती हो नमाज़ क्यों नहीं-चन्द्रशेखर आज़ाद
उत्तर प्रदेश के नगीना लोकसभा सीट से सांसद चंद्रशेखर आज़ाद रावण का एक वीडियो सोशल मीडिया पर बहुत वायरल हो रहा है. जिसमें खुलकर मुस्लिम समुदाय की आवाज़ उठा रहे हैं. चन्द्रशेखर उस बात उठा रहे हैं जिसका समर्थन सेक्यूलर पार्टियां बिल्कुल नहीं उठाना चाहती. उन्होने खुले में चंद मिनट की नमाज़ पढ़ने के मुद्दे को उठाया है.
चंद्रशेखर आजाद ने यह भी कहा कि मैंने अपनी बात कई बार नेशनल मीडिया से पूछा है. पर किसी की हिम्मत नहीं कि कोई उनसे इस तरह के सवाल पूछे. मैंने उनसे पूछा कि अगर हिंदू धर्म की आस्था है कि दस दिन कांवड़ चलता है, फिर सारे होटल और अस्पताल बंद हो जाते है. अस्पताल बंद होने से कोई कहीं और जगह जाता है. कितनी परेशानी होती है. लेकिन उनकी आस्था को देखते हुए लोग सहते है.
चन्द्रशेखर ने कहा कि अगर ईद वाले दिन बीस मिनट के लिए नमाज़ हो रही है तो पहले होने नहीं देंगे. आप पहले ये बताओ ये तो सामूहिक होती है. ईदगाह पर होती है. वहां सब लोग इकट्ठा होते है तो ये लोग बोलते है कि करने नहीं देंगे.
चंद्रशेखर आज़ाद ने फिर पूछा कांवड़ियों और नमाज़यों के बीच भेदभाव से जुड़े सवाल…
pic.twitter.com/djswMrDi6J— Ashraf Hussain (@AshrafFem) June 29, 2024
‘सभी धर्मों की आस्था का सम्मान होना चाहिए- चन्द्रशेखर
चन्द्रशेखर ने प्रशासन के रवैये पर कई सवाल खड़े किए. उन्होंने कहा कि यह देश सभी धर्मों की आस्था का सम्मान करता है. इसलिए सभी धर्मों का सम्मान होना चाहिए. क्या यह देश एक ही धर्म का है. दूसरे धर्म के लोगों की इज़्ज़त नहीं है. क्या उनका सम्मान नहीं है. क्या उनकी आस्था नहीं है. सभी धर्मों की आस्था का सम्मान होना चाहिए. ये बात सब जानते है, लेकिन हिंदू धर्म के किसी भी व्यक्ति को बोलने की हिम्मत नहीं है.
अगर बीस मिनट उनके नमाज़ के लिए व्यवस्था हो जाए तो किसी को भी बुरा नहीं लगेगा. चन्द्रशेखर ने यह भी कहा कि अगर किसी हिंदू धर्म का व्यक्ति यह कहता है कि मैं इसको नहीं मानता तो वह हिंदू धर्म के साथ नहीं है, क्योंकि अगर किसी का मजहब किसी दूसरे धर्म के लोगों को पीड़ा देकर परेशान करके खुश हो तो मैं इसको धर्म नहीं मानता.