
फिलिस्तीन के नाम से आहत भगवा ब्रिग्रेड, ओवैसी का पुतला जलाया, जमकर विरोध प्रदर्शन
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) और हैदराबाद से पांचवी बार लोकसभा सांसद बनने के बाद असदुद्दीन ओवैसी लगातार हिन्दूवादी कट्टरपंथियों के निशाने पर आ गए है. उनके द्वारा संसद में शपथग्रण के दौरान “जय फिलिस्तीन” नारे के बाद दक्षिणपंथी संगठन बहुत आहत है. उनके खिलाफ लगातार विरोध कर रहे हैं. सोशल मीडिया से लेकर सड़क तक उनके खिलाफ प्रदर्शन हो रहा है. हालांकि भारत सरकार फलस्तीन के साथ खड़ी है, लेकिन भगवा संगठन इसरायल के मुहब्बत में खुद को कुर्बान कर देने पर तुल चुके हैं. विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल खुलकर ओवैसी का विरोध कर रहे हैं.
विरोध की असल वजह क्या है?
ओवैसी के सरकारी आवास के बाहर विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. इन भगवा संगठनों ने रविवार को जमकर नारेबाज़ी की है. दिल्ली पुलिस ने बिगड़ने वाले हालातों को देखते हुए पहले से ही बैरिकेडिंग कर दी थी. लेकिन, सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि वीएचपी और बजरंग दल ने बैरिकेडिंग के ऊपर चढ़कर नारेबाज़ी की है. उनके हाथों में ओवैसी की आपत्तिजनक तस्वीरें भी थीं. इसके साथ ही ओवैसी का पुतला भी जलाया. दरअसल मंगलवार 25 जून को लोकसभा में संसद सदस्य के तौर पर शपथ लेने के दौरान असदुद्दीन ओवैसी ने जय भीम, जय तेलंगाना के साथ-साथ “जय फिलिस्तीन” का नारा बुलंद करके बेबस और मज़लूमों के साथ एकजुटता ज़ाहिर की. लेकिन बीजेपी और हिन्दूवादी संगठन फिलिस्तीन के हक में नारा बुलंद करने की वजह से ओवैसी पर भड़क गए हैं. अभी हाल ही उनके घर के बार नेम प्लेट पर काली स्याही और इसरायल के समर्थन में एक पोस्टर भी चिपकाया गया था. जिसके बाद आरोपियों के खिलाफ दिल्ली पुलिस ने केस दर्ज किया है.
बीजेपी के नेता और हिन्दूवादी संगठन असदुद्दीन ओवैसी की संसद सदस्यता रद्द करने की मांग कर रहे हैं. हालांकि, असदुद्दीन ओवैसी पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं कि, उन्होने फिलिस्तीन के हक में नारा बुलंद करके कोई गलती नहीं की और न ही कोई उल्लंघन किया है. वो कह चुके है कि, “हर कोई बहुत सी बातें कर रहा था. मैंने बस कहा कि जय भीम, जय तेलंगाना, जय फिलिस्तीन. ये कैसे संविधान के खिलाफ है, मुझे कोई प्रावधान ही दिखा दीजिए.”